मध्य प्रदेश के रतलाम -उज्जैन जिले के बीच बसे गोठड़ा गांव में हर साल लाखो लोग जमा होते हैं . लोंगो की ये भीड़ किसी मेले या चुनावी रैली की नहीं बल्कि भारत के नास्त्रेदमस माने जाने वाले नागूलाल चौधरी की भविष्यवाणी सुनने के लिए होती है. यहां मलेनी नदी के तट पर हर साल चैत्र नवमी पर श्रीमहिषासुर मर्दनी माता के ईष्ट पंडाजी भविष्यवाणी करते हैं. इस बार भी नागूलाल चौधरी ने संभावित भविष्यवाणियां कीं. कई राज्य व जिलों से यहां हजारों लोग तपती धूप में भविष्यवाणी सुनने पहुंचे. भविष्यवाणी की गयी है की इस बार ज्येष्ठ के आखिर में पानी व तूफान आएगा. इसके अलावा सावन में नवमी बाद तेज बारिश होगी और सावन में ही भूकंप आएगा. साथ ही सात मावठे होंगे. भविष्वाणी में लोंगो को बताया गया है की इस साल सोयाबीन की फसलों में इल्ली, गेहूं में गेरू रोग का प्रकोप रहेगा. देश में कई रेल दुर्घटनाएं और राजनीतिक दंगे होंगे. इसी सरकार के आखिरी साल में जनता को ज्यादा तकलीफ झेलना पड़ेगी. इसके अलावा लाल वस्तु-उपज के भाव अच्छे रहेंगे, सोना महंगा होगा जबकि चांदी सामान्य रहेगी.