नोटबंदी का नाम लेते ही जेहन में एटीएम के बाहर लगी कतारों और पुराने नोट बदलवाने की चिंता की याद ताजा हो जाती है। मगर आपके लिए अब ये बीते वक्त की बात है...बदकिस्मती से रांची के एक व्यापारी ओमप्रकाश छापड़िया के लिए नोटबंदी की परेशानियां अब तक जारी हैं।व्यापारी के 9 लाख रुपए लूट लिए गए। पुलिस ने इनमें से 5.29 लाख बरामद तो किए, मगर थाने के मालखाने में रखी रकम कोर्ट-कचहरी में फंस गई, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया था, वे भी 2019 में बरी हो गए। अब पुलिस व्यापारी को बरामद किए गए रुपए देने को तो तैयार है, मगर 1000-500 के पुराने नोटों में...जो 2014 में जब्त किए गए थे। अब छापड़िया थाने और कोर्ट के बीच फंसे हैं। कोर्ट के निर्देश के बावजूद भुगतान चेक से करने में थाने ने असमर्थता जता दी है। कोर्ट से ही आग्रह किया है कि नोट बदलने के लिए बैंक को निर्देशित करे।
दशम फॉल थाना क्षेत्र के जंगल में शुक्रवार सुबह पुलिस जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में झारखंड पुलिस के दो जवान शहीद हो गए। मुठभेड़ के बाद पूरे इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान किसी नक्सली के पकड़े या मारे जाने की कोई खबर नहीं है। नक्सलियों को पकड़ने के लिए लगातार अभियान जारी है। वहीं घटना के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ट्वीट कर कहा कि जवानों का ये बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। शहीद दोनों जवानों के पार्थिव शरीर को पोस्टमॉर्टम के बाद झारखंड जगुआर के हेडक्वार्टर लाया गया जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। मुख्य सचिव डीके तिवारी, डीजीपी के एन चौबे, डीजी होमगार्ड व फायर एमवी राव, डीजी मुख्यालय पीआरके नायडू, एडीजी ऑपरेशन मुरारी लाल मीणा, विकास आयुक्त सुखदेव सिंह, एडीजी अजय कुमार सिंह, एडीजी आर के मल्लिक, डीआईजी एवी होमकर, एसएसपी अनीश गुप्ता सहित अन्य अधिकारियों ने सलामी दी।