महाराष्ट्र में एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने की कोशिशों में जुटी शिवसेना ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से हटाए जाने पर जमकर भड़ास निकाली है। पार्टी के मुखपत्र सामना के संपादकीय में बीजेपी पर तीखा हमला बोला गया है। मोहम्मद गोरी और पृथ्वीराज चौहान की लड़ाई का जिक्र करते हुए लेख में बीजेपी को विश्वासघाती बताया गया है। इसके साथ ही शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की पुण्यतिथि के दिन शिवसेना को एनडीए से बाहर करने पर भी निशाना साधा है।
बाल ठाकरे की पुण्यतिथि पर शिवसेना को एनडीए से बाहर करने पर निशाना साधते हुए कहा गया कि , 'सारा देश जब बालासाहेब को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा था उसी समय जिसने एनडीए की स्थापना की, उसे ही बाहर निकालने की नीच घोषणा इन लोगों ने की। कोई चर्चा नहीं और कोई चिट्ठी-पत्र नहीं। जिस एनडीए के अस्तित्व को गत साढ़े सात सालों में धीरे-धीरे नष्ट कर दिया, कह रहे हैं कि उस एनडीए से शिवसेना को बाहर निकाल दिया। ये अहंकारी और मनमानी राजनीति के अंत की शुरुआत है। इस शब्द का प्रयोग आज हम जान-बूझकर कर रहे हैं। छत्रपति शिवराय के महाराष्ट्र से लिया गया पंगा तुम्हारा तंबू उखाड़े बिना नहीं रहेगा। हम ये वचन दे रहे हैं। महाराष्ट्र उठता नहीं और उठ गया तो चुप नहीं बैठता। पैसे और सत्ता का दर्प शिवराय की माटी में नहीं चलता इसका अनुभव विधानसभा चुनाव में मिल ही गया है।'