वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के सूक्ष्म, लघु और मझोले उपक्रम क्षेत्र के ऋण संकट संबंधी बयान पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि समय पर कार्रवाई करने की तुलना में पोस्टमार्टम करना आसान होता है. राजन ने कहा था कि बैंकिंग क्षेत्र में अगला संकट एमएसएमई क्षेत्र के ऋण को लेकर आएगा.
राजन अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के मुख्य अर्थशास्त्री रह चुके हैं और उन्होंने 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के बारे में भविष्यवाणी की थी. संसद की एक समिति को दिए नोट में राजन ने महत्वाकांक्षी ऋण लक्ष्य और कर्ज माफी को लेकर आगाह किया है.