चीन अंतरिक्ष में सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने की तैयारी में है। इससे एक पूरे शहर को रोशन करने को पर्याप्त बिजली धरती पर लाई जा सकेगी। अगर वैज्ञानिक इसकी चुनौतियों से पार पा सके तो अभी ऊर्जा के लिए धरती पर मौजूद स्नोतों पर निर्भर लोगों को एक और विकल्प मिलेगा। वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर यह परियोजना सफल हुई तो बहुत हद तक वायु प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग में कमी आएगी।
पूरे संयंत्र के अलग-अलग हिस्सों जैसे सोलर पैनल्स और ट्रांसमिशन के लिए बिजली परिवर्तित करने वाले उपकरण को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। इसके बाद उन्हें वहीं पर जोड़ा जाएगा। सौर संयंत्र को धरती पर मौजूद एक रिसीविंग स्टेशन के ऊपर भू-स्थिर कक्षा में स्थापित कर दिया जाएगा। यह सौर ऊर्जा संयंत्र बिजली को लेजर या माइक्रोवेव्स के रूप में धरती पर भेजेगा। यहां इसे बिजली में परिवर्तित कर ग्रिड के जरिये लोगों के घरों में आपूर्ति की जाएगी।