Spl | Anand Kumar | ‘Super 30’ स्टार अब बनाऐंगे सरकारी स्कूल के बच्चों का भविष्य
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Spl | Anand Kumar | ‘Super 30’ स्टार अब बनाऐंगे सरकारी स्कूल के बच्चों का भविष्य
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को घोषणा की कि ‘सुपर 30’ के आनंद कुमार राजधानी दिल्ली के सरकारी स्कूलों के कक्षा 11 और 12 के छात्रों के लिए हर महीने एक वर्चुअल क्लास पढ़ाएंगे। आनंद कुमार पटना के एक गणितज्ञ हैं, जो बिहार में हर साल आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों को संयुक्त प्रवेश परीक्षा , JEE के लिए मुफ्त में पढ़ाते हैं तथा उनका सफलता का रिकार्ड भी शानदार है।
उन्होंने दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के साथ लाजपत नगर में शहीद हेमू कालानी सर्वोदय विद्यालय का दौरा किया। शिक्षा मंत्री ने ट्वीट किया कि आनंद कुमार दिल्ली सरकार के स्कूली छात्रों के लिए हर महीने एक क्लास लेने के लिए तैयार हो गए हैं। यह कक्षा 11 और 12 के छात्रों के लिए ऑनलाइन आयोजित की जाएगी।
बातचीत के चलते, आनंद ने बताया कि, उन्होने भी एक सरकारी स्कूल में में पढ़ाई की थी। लेकिन आज, देश भर के सरकारी स्कूलों की हालत इस हद तक खराब हो गई है कि निजी और सरकारी स्कूलों के बीच एक बड़ा अंतर है।” वहीं मनीष सिसोदिया ने यह भी घोषणा की कि आनंद के जीवन पर आधारित ऋतिक रोशन स्टारर फिल्म ‘सुपर 30’ को दिल्ली में टैक्स फ्री दिखाई जाएगी।
आनंद कुमार ने आगे कहा कि सभी स्कूलों में हैप्पीनेस क्लास चलनी चाहिए, ताकि बच्चों का मन पढ़ाई में लग सके। अभी काफी स्कूलों में बड़े सुधार की जरूरत है। सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने से ही देश सही मायने में तरक्की कर सकता है। हैप्पीनेस क्लास से बच्चे तनाव मुक्त हो सकेंगे, पूरे देश के बच्चों को इसकी जरूरत है।
आनंद कहते हैं कि सफलता के लिए करियर के साथ हैप्पीनेस भी जरूरी है। बड़े विश्वविद्यालयों से बड़ी डिग्रियां लेकर मोटे पैकेज पर काम करने से सफलता नहीं मिलती है। यह तब साकार होती है, जब आदमी खुश रहे।
सुपर 30 के संस्थापक और हजारों-लाखों स्टूडेंट की प्रेरणा आनंद कुमार को जब 1994 में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिला तो मानो सपना सच हो गया, लेकिन जब हकीकत से रूबरू हुए तो पता चला कि सिर्फ एडमिशन मिलना ही काफी नहीं है, बल्कि पैसा भी बहुत महत्वपूर्ण है।
आनंद कुमार के परिवार के पास फीस तो दूर, कैम्ब्रिज जाने के टिकट के भी पैसे नहीं थे, आखिरकार उन्हें सीट छोड़नी पड़ी। उस समय भले ही आनंद कैम्ब्रिज नहीं जा पाए, लेकिन आज आनंद कुमार की कोचिंग ‘सुपर 30’ से 100 प्रतिशत स्टूडेंट इंजीनियरिंग एंट्रेंस में सफल होकर बड़े कॉलेजों में न केवल दाखिला ले रहे हैं बल्कि आज उनके कई स्टूडेंट विदेशों में उच्च पदों पर हैं।
आनंद कुमार कहते हैं कि अगर छोटे शहरों में सुविधाएं अपेक्षाकृत कम हैं तो यहां भटकाव भी कम है। वे कहते हैं कि छोटे शहरों में बहुत संभावनाएं हैं, आवश्यकता है तो सिर्फ इनकी प्रतिभा को निखारने की।